10 हजार करोड़ रुपये सालाना का एक्सपोर्ट करने वाला मुरादाबाद एक अदद सरकारी मेडिकल कॉलेज और यूनिवर्सिटी के लिए तरस रहा है। 2017 के चुनावों से पहले भाजपा नेताओं ने चुनाव जीतने पर यूनिवर्सिटी और मेडिकल कॉलेज देने के वादे किए थे।
मुख्यमंत्री बनने के बाद आए सीएम योगी ने पुलिस एकेडमी के मैदान से मेडिकल कॉलेज की घोषणा की तो तत्कालीन डिप्टी सीएम दिनेश शर्मा यूनिवर्सिटी बनवाने का वादा कर गए थे। लेकिन मुरादाबाद की लीडरशिप इन वादों और घोषणाओं को पूरा नहीं करा सकी।
सत्ता में भरपूर भागीदारी पर विकास में नहीं
प्रदेश में भाजपा सरकार बनने के बाद मुरादाबाद मंडल को सत्ता में तो पूरी भागीदारी मिली। मुरादाबाद से भूपेंद्र सिंह संभल से गुलाब देवी रामपुर से सरदार औलख मंत्री बने। विधायकों और एमएलसी की भी मंडल में लंबी लिस्ट है।
नेताओं को तमाम आयोगों में अध्यक्ष से लेकर सदस्य तक शासन ने मनोनीत किया। लेकिन सत्ता में भागीदारी पाए ये नेता विकास की गाड़ी तो उतनी तेजी से आगे नहीं बढ़ा सके। अब तो रूलिंग पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष भी मुरादाबाद से हैं और संगठन का दूसरा सबसे कद्दावर पद भी मुरादाबाद मंडल के ही बिजनौर जिले के हिस्से में आया है।
मुरादाबाद मंडल में पांच जिले हैं और छात्र संख्या 2 लाख से अधिक है। बावजूद इसके मुरादाबाद मंडल में एक भी सरकारी यूनिवर्सिटी नहीं है। पहले सपा और बसपा की सरकारें इस मुद्दे पर मुरादाबाद की अनदेखी करती रहीं और अब योगी सरकार का भी दूसरा टर्म चल रहा है।
अकेले हिंदू कॉलेज में छात्र संख्या 20 हजार
अकेले मुरादाबाद के हिंदू पीजी कॉलेज में ही छात्र संख्या 20 हजार से अधिक है। यहां 16000 हजार छात्र तो रेगुलर ही स्टूडेंट्स हैं। मानकों पर गौर करें तो अकेले इसी कॉलेज की छात्र संख्या एक यूनिवर्सिटी की स्थापना के लिए जरूरत से कहीं ज्यादा है।
रूहेलखंड यूनिवर्सिटी से जितने भी संबद्ध कॉलेज संचालित हैं उनमें से करीब 70 फीसदी तो मुरादाबाद मंडल में ही हैं। छात्र संख्या में भी कमोबेश यही अनुपात है। इसके बाद भी मुरादाबाद को सरकारी यूनिवर्सिटी नसीब नहीं हुई है।
2 लाख से ज्यादा छात्र इन कॉलेजों पर निर्भर
हिंदू पीजी कॉलेज के प्रोफेसर डॉ. आनंद बताते हैं-
मुरादाबाद मंडल में रूहेलखंड यूनिवर्सिटी से संबद्ध करीब 350 कॉलेज है। जबकि यूनिवर्सिटी से संबद्ध कुल कॉलेजों की संख्या करीब 600 है। अकेले हिंदू पीजी कॉलेज में 20 हजार छात्र हैं। केजीके कॉलेज में करीब 7000 छात्र हैं। गोकुलदास और एमएच कॉलेज में भी 3-3 हजार स्टूडेंट्स हैं।
इसी तरह चंदौसी के एसएम पीजी कॉलेज में छात्र संख्या करीब 10 हजार है। संभल में एमजीएम कॉलेज में भी करीब 10 हजार छात्र हैं। अमरोहा का जेएस हिंदू पीजी कॉलेज भी 10 छात्रों को शिक्षा दे रहा है। इसके अलावा रामपुर का रजा कॉलेज और बिजनौर के कई प्रमुख कॉलेजों में भी छात्र संख्या 10-10 हजार के करीब है।
डॉ. आनंद बताते हैं - कई प्राइवेट यूनिवर्सिटी भी अपने कई कॉलेजों में रूहेलखंड यूनिवर्सिटी का ही कोर्स संचालित कर रही हैं। टीएमयू से संबंध कई कोर्स और कोठीवाल डेंटल कॉलेज व विवेकानंद का नर्सिंग कोर्स रूहेलखंड से ही संबद्ध है। यदि इनकी छात्र संख्या भी जोड़ ली जाए तो रूहेलखंड से संबद्ध कॉलेजों में पढ़ने वाले मुरादाबाद के स्टूडेंट्स की संख्या करीब 2.5 लाख बैठेगी।