नई दिल्ली. गूगल ने शुक्रवार को कहा कि वह अपनी यूजर च्वाइस बिलिंग प्रोजेक्ट का अगला चरण शुरू करने जा रहा है. दुनिया के कई बड़े मार्केट्स के साथ भारत भी इसमें शामिल है. यह सर्विस आस्ट्रेलिया इंडोशिया जापान और यूरोपियन इकोनॉमिक एरिया जैसे बड़े मार्केट्स में शुरू की जा रही है. गूगल ने इसे शुरू करने का निर्णय ऐसे समय लिया है जब भारत के प्रतिस्पर्धा आयोग में इस से जुड़े मामले की जांच चल रही है. गूगल पर मनमानी करने और पेमेंट में भेदभावपूर्ण रवैया अपनाने का आरोप है.
कंपनी ने कहा कि शुक्रवार से शुरू हो रहे इस पायलट प्रोजेक्ट में दुनिया भर के सभी गैर-गेमिंग डेवलपर भाग लेने के लिए साइन अप कर सकते हैं. इन बाजारों में मोबाइल और टैबलेट उपयोगकर्ताओं को यह च्वाइस दी जा रही है.
गूगल ने क्या कहा?
Google के प्रवक्ता ने एक बयान में कहा एंड्रॉइड हमेशा एक यूनिक रूप से ओपन ऑपरेटिंग सिस्टम रहा है. हम अपने प्लेटफॉर्म को लगातार विकसित करते रहते हैं और डेवलपर्स व यूजर के लिए उपलब्ध विकल्पों को बढ़ाते हैं.
एक अतिरिक्त बिलिंग च्वाइस मिलेगी
प्रवक्ता ने आगे कहा कि हम Google Play के यूजर च्वाइस बिलिंग प्रोजेक्ट के अगले चरण में सभी नॉन गेमिंग डेवलेपर्स सेलेक्टेड रिजन में अपने यूजर के लिए Play के बिलिंग सिस्टम के साथ एक अतिरिक्त बिलिंग च्वाइस दे कर सकते हैं. कंपनी ने कहा आने वाले महीनों में हम इसे और ज्यादा शेयर करेंगे.
इस साल की शुरुआत में Google ने Google Play पर ऐप्स में यूजर च्वाइस बिलिंग के नए प्रोजेक्ट के शुरुआत की घोषणा की थी. इसमें भाग लेने वाले डेवलपर्स को यूजर को Google Play की बिलिंग प्रणाली के साथ एक वैकल्पिक बिलिंग प्रणाली की पेशकश करने की अनुमति मिली.
गूगल का भेदभाव का आरोप
दरअसल गूगल का यह कदम दुनियाभर के तमाम देशों में गूगल प्ले पर मैजूद एप में बिलिंग सिस्टम के विरोध को लेकर आया है. अभी तक गूगल अपने प्ले स्टोर पर पेमेंट करने का सिर्फ अपना ही बिलिंग पेमेंट सिस्टम दे रहा था. इसका दुनियाभर में विरोध हो रहा है. गूगल का यह कदम दक्षिण कोरिया द्वारा की गई कार्रवाई की प्रतिक्रिया के रूप में आया है. द. कोरिया ने यह कहते हुए एक्शन लिया कि मोबाइल कंटेंट के प्रोवाइडर को विशेष पेमेंट मेथड को अपनाने के लिए फोर्स किया जा रहा है.
दुनियाभर में विरोध
भारत में भी Google पर इस मामले में भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग (CCI) की जांच चल रही है. सीसीआई इस शिकायत की जांच कर रही हैं कि Play Store डेवलपर्स के लिए Google की भुगतान बिलिंग प्रणाली अनुचित और भेदभावपूर्ण है या नहीं. आस्ट्रेलिया ने भी ऐसे ही मामले में गूगल के खिलाफ जुर्माना लगाया है. अमेरिका में इसको लेकर विरोध है और कई केस हो चुके हैं.