अफगानिस्तान से अमेरिकी सैनिकों को गए एक साल पूरे हो गए। तालिबान के लड़ाकों ने परेड निकालकर इसका जश्न मनाया। तालिबान ने 31 अगस्त के दिन को राष्ट्रीय अवकाश घोषित किया। 20 साल के क्रूर युद्ध के बाद अफगानिस्तान से अमेरिकी नेतृत्व वाले सैनिकों की वापसी की पहली वर्षगांठ मनाने के लिए राजधानी काबुल को रंगीन रोशनी से जगमगाया गया। देश के नए तालिबान राज में इस्लामी कानून को फिर से लागू किया गया है जिसमें महिलाओं को सार्वजनिक जीवन से बाहर कर दिया गया है।
अफगानिस्तान से पश्चिमी बलों की वापसी की एक साल की सालगिरह के मौके पर तालिबान आत्मघाती हमलावर दस्ते तेल के कंटेनर में रखे बम और स्थानीय वर्दी में मोटरसाइकिल पर सवार पुराने गार्डो का प्रदर्शन किया। गया। समाचार एजेंसी डीपीए की रिपोर्ट के अनुसार तालिबान ने देश से अमेरिकी नेतृत्व वाले नाटो बलों की अराजक वापसी के दौरान छोड़े गए 7 अरब डॉलर मूल्य के अमेरिकी सैन्य उपकरणों के साथ एक सैन्य परेड करके भी ताकत का प्रदर्शन किया।
प्रतिबंधों और गहराते मानवीय संकट के बावजूद कई अफगानों का कहना है कि उन्हें खुशी है कि तालिबान विद्रोह को प्रेरित करने वाली विदेशी ताकत चली गई है। काबुल के रहने वाले जलमई ने कहा हमें खुशी है कि अल्लाह ने हमारे देश से काफिरों को छुटकारा दिलाया और इस्लामिक अमीरात की स्थापना हुई। पिछले साल 31 अगस्त को शुरू हुई आधी रात को सैनिकों की वापसी ने अमेरिका के सबसे लंबे युद्ध को समाप्त कर दिया।