नई दिल्ली. भारतीय क्रिकेट टीम ने एशिया कप 2022 में अपना दूसरा मैच हॉन्ग कॉन्ग के खिलाफ खेला. इस मैच में उन्होंने एक बार फिर से प्लेइंग इलेवन के साथ एक्सपेरिमेंट किया और फैन्स को हैरान कर दिया. टीम प्रबंधन ने हार्दिक पंड्या को बेंच पर बिठाने का साहसिक कदम उठाया जो पाकिस्तान के खिलाफ मैच में प्लेयर ऑफ द मैच रहे थे. विकेटकीपर-बल्लेबाज ऋषभ पंत को प्लेइंग इलेवन में शामिल किया गया जबकि दिनेश कार्तिक ने शुद्ध बल्लेबाज के रूप में अपनी जगह पर बरकरार रहे. ऐसे में एक बार फिर से प्लेइंग इलेवन में हार्दिक और पंत को लेकर सवाल किया गया तो सूर्यकुमार यादव ने जवाब दिया. सूर्या का जवाब इतना मजेदार था कि इसे सुनकर कोई भी अपनी हंसी नहीं रोक पाया.
सूर्यकुमार यादव नंबर 4 पर बल्लेबाजी करने उतरे. उन्होंने विराट कोहली के साथ तीसरे विकेट के लिए शानदार नाबाद 98 रनों की साझेदारी की. विराट और सूर्या की बल्लेबाजी के दम पर भारत ने हॉन्ग कॉन्ग के सामने 193 रनों का लक्ष्य रखा. मुंबई के इस बल्लेबाज ने 26 गेंदों में नाबाद 68 रनों की पारी खेली. सूर्या ने अपनी पारी में 6 छक्के और 6 चौके जड़े. वहीं कोहली ने फॉर्म में वापसी करते हुए 44 गेंदों में 3 छक्कों और एक चौके की मदद से नाबाद 59 रन की पारी खेली.
जवाब में हॉन्ग कॉन्ग 5 विकेट पर 152 रन ही बना पाई. भारत ने 40 रनों से मैच जीत लिया और सुपर 4 के लिए क्वॉलिफाई कर लिया. जीत के बाद सूर्यकुमार ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित किया जहां उनसे प्लेइंग इलेवन में किए जा रहे बदलावों के बारे में पूछा गया. उनसे पंड्या के स्थान पर ऋषभ को प्लेइंग इलेवन में लाने के निर्णय के बारे में सवाल किया गया था. सूर्यकुमार ने हंसते हुए ऐसा जवाब दिया जिससे कमरे में मौजूद सभी मीडियाकर्मी अपनी हंसी नहीं रोक पाए.
सूर्यकुमार यादव ने कहा सर यह विशुद्ध रूप से टीम प्रबंधन की कॉल है. मैं ना तो कप्तान हू ना उपकप्तान तो आप उनसे पूछो. लेकिन ऋषभ को प्लेइंग इलेवन में वापस देखकर अच्छा लगा. सब कुछ ठीक है
बता दें कि इससे पहले रवींद्र जडेजा से पाकिस्तान के खिलाफ मैच में ऋषभ पंत को प्लेइंग इलेवन में शामिल नहीं करने का सवाल पूछा गया था. इस सवाल का जवाब देते हुए जडेजा ने कहा था कि यह सवाल उनकी किताब से बाहर का है. जडेजा का जवाब सुनकर भी सभी मीडियाकर्मा हंसने लग गए थे.
रोहित शर्मा और राहुल द्रविड़ की जोड़ी के लिए लाइन-अप में अलग-अलग खिलाड़ियों को अलग-अलग स्थानों पर आजमाना एक नियमित अभ्यास बन गया है. पिछले साल के टी20 विश्व कप में भारत के खराब प्रदर्शन के बाद इस मानदंड का पालन किया गया है. ऐसे में न केवल कई खिलाड़ियों को अपनी प्रतिभा दिखाने के अवसर मिलते देखे हैं बल्कि कप्तान के रूप में कई चेहरों को भी देखा गया है.