
New Delhi: ग्वालियर को यूनेस्को से मिली विश्व मान्यता ने इस शहर की जिम्मेदारियों को और बढ़ा दिया है
नए भारत के हुँकार के रूप में साहित्य संगीत की नगरी ग्वालियर को यूनेस्को द्वारा सिटी आफ म्यूजिक के रूप में स्वीकारना भारत की महान सांस्कृतिक परंपराओं की गालव तपोस्थली की भी स्वीकारोक्ति है। ग्वालियर संगीत की 500 वर्षों की विरासत को समेटे अपने संगीतमय स्वरूप को आधिकारिक रूप से मान्य किए जाने से प्रफुल्लित है। तथ्यात्मक रूप से ग्वालियर अपनी संगीत परंपरा के लिए मध्यकाल से ही विख्यात रहा है। यूनेस.....
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