शिवपूजन सहाय जयंती: मैट्रिक पास होकर भी बने हिंदी के प्रोफेसर, सूर्यकांत त्रिपाठी निराला कहते थे हिंदी भूषण
क्या आप ऐसे किसी लेखक को जानते हैं जिन्हें महाकवि सूर्यकांत त्रिपाठी निराला पत्र में “हिंदी भूषण” लिखते थे, क्या आपको पता है कि जब निराला की मुक्त छंद की पहली कविता ‘जूही की कली’ महावीर प्रसाद द्विवेदी ने लौटा दी तो किसने छापी थी? ये लेखक और कोई नहीं बल्कि आश्चर्य शिवपूजन सहाय थे जो मैट्रिक पास होकर भी हिंदी के प्रोफेसर नियुक्त किए गए थे. आज उसी लेखक की 130वीं जयंती है. शिवपूजन सहाय का जन्म 9.....
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