राप्ती नदी के उफान से गांवों में बाढ़ के हालात भदीला प्रथम गांव बना टापू जान जोखिम में डालकर नाव से स्कूल जा रहे बच्चे

राप्ती नदी के उफान से गांवों में बाढ़ के हालात भदीला प्रथम गांव बना टापू जान जोखिम में डालकर नाव से स्कूल जा रहे बच्चे

बरहज थाना क्षेत्र का भदीला प्रथम गांव राप्ती नदी का तेज उफान होने के कारण टापू बना हुआ है। गांव चारों तरफ से जलमग्न हो गया है जिससे लोगों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। छोटे-छोटे बच्चों को नाव का सहारा लेकर स्कूल जाना पड़ रहा है। लोगों ने कई बार संबंधित अधिकारियों से शिकायत की लेकिन कोई भी ग्रामीणों की दुर्दशा देखने नहीं आया।


कापरवार पटना घाट के पास बरहज का अंतिम गांव बदला प्रथम है जो इन दिनों राप्ती नदी का तेज उफान होने के कारण टापू बना हुआ है। यहां के लोग इलाज और अन्य जरूरत के सामान के लिए अपनी जान जोखिम में डालकर किसी तरह से बाहर जाते हैं। हर साल गांव में बारिश के बाद ऐसे ही हालात होते हैं इसके बाद प्रशासन की तरफ से किसी तरह का राहत या बचाव कार्य की तैयारी पहले से नहीं की जाती है।


शिकायत के बाद भी नहीं पहुंचा कोई अधिकारी

भदीला प्रथम गांव की बात करें तो यह गांव इस समय चारों तरफ से जलमग्न हो गया है। लोग अपने घरों से बाहर नहीं निकल पा रहे हैं इसकी शिकायत भी यहां के लोगों द्वारा कई बार स्थानीय प्रशासन से की जा चुकी है लेकिन प्रशासनिक अधिकारी मूकदर्शक बने हुए हैं। ऐसे में ग्रामीण दिनेश यादव राजकुमार सुमित जयराम रमेश कौशल्या देवी सुमित्रा देवी धनराज सुनीता ने आरोप लगाते हुए बताया कि ऐसी स्थिति में हम लोगों की बच्चों की पढ़ाई की दशा अत्यंत ही दयनीय बनी हुई है। बच्चे नाव के सहारे जान जोखिम में डालकर स्कूल जा रहे हैं।


एसडीएम बोले- पहुंचाई जाएगी सहायता

अगर कोई बीमार हो जाए तो इलाज के लिए भी इस भारी पानी को पार करके जाना पड़ता है भोजन की समस्या बनी हुई है लेकिन विभाग के संबंधित अधिकारी हम लोगों की इस दुर्दशा को देखने तक नहीं आते हैं। एसडीएम गजेंद्र कुमार सिंह का कहना है कि अभी इसके बारे में जानकारी मिली है। प्रशासन की तरफ से तत्काल बचाव और राहत कार्य की व्यवस्था कराई जाएगी।

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