शिवसेना टकसाली नेता सुधीर सूरी का रविवार को दुर्गिना शिवपुरी श्मशान घाट पर अंतिम संस्कार कर दिया गया, जिसमें उनके परिजनों के अलावा सैकड़ों समर्थकों ने हिस्सा लिया। सूरी को शुक्रवार को उस वक्त पांच गोली मारी गई थी, जब वह शहर के सबसे व्यस्ततम स्थानों में से एक मजीठा रोड पर गोपाल मंदिर के प्रबंधन के खिलाफ प्रदर्शन में भाग ले रहे थे। यह प्रदर्शन कथित तौर पर हिंदू देवी-देवताओं की कुछ टूटी हुई मूर्तियां सड़क किनारे पाये जाने के बाद किया गया था।
सूरी ने इस घटना को अमानवीय कृत्य करार दिया था। आरोपी संदीप सिंह उर्फ सनी 31 को गिरफ्तार कर लिया गया है। शनिवार को उसे सात दिन के पुलिस रिमांड पर भेज दिया गया। भारी पुलिस सुरक्षा के बीच श्मशान घाट पहुंचने से पहले सूरी का पार्थिव शरीर शहर के विभिन्न हिस्सों से होकर ले जाया गया। अंतिम संस्कार में शामिल होने वालों में पंजाब के पूर्व उपमुख्यमंत्री ओपी सोनी और दुर्गियाना मंदिर प्रबंधन समिति के अध्यक्ष लक्ष्मीकांत चावला भी शामिल थे।
शनिवार को सूरी का पोस्टमार्टम किया गया था, लेकिन उनके परिवार ने उनके शव का अंतिम संस्कार तब तक करने से इनकार कर दिया, जब तक कि उन्हें सूरी को शहीद का दर्जा देने सहित विभिन्न मांगें पूरी नहीं हो जातीं। जिला प्रशासन द्वारा परिजनों को आश्वासन दिया गया कि सूरी के परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी दी जाएगी और परिवार को सुरक्षा कवर भी प्रदान किया जाएगा, उसके बाद उनका परिवार अंतिम संस्कार के लिए तैयार हुआ।