आगरा में बस की टक्कर: कानपुर से आगरा लौट रही थी, खडे़ टैंकर में घुस गई थी

आगरा में बस की टक्कर: कानपुर से आगरा लौट रही थी, खडे़ टैंकर में घुस गई थी

आगरा: गुरुवार कुबेरपुर के पास रोडवेज बस हादसे का CCTV सामने आया है। वीडियो में दिखाई दे रहा है कि सड़क पर टैंकर खड़ा है। पीछे से रोडवेज बस आती है। टैंकर के पास आकर ड्राइवर बस को काटता है, लेकिन उसका पीछे का हिस्सा टैंकर से टकराता है। बस के टकराने के बाद चिंगारी भी उठती हैं। हादसे मे दो यात्रियों की मौत हो गई थी। खडे़ टैंकर में घुस थी बस गुरुवार सुबह आगरा फोर्ट डिपो की बस कानपुर से आगरा लौट रही थी। बस को चालक योगेंद्र प्रताप चला रहे थे, जबकि परिचालक जितेंद्र थे। CCTV अनुसार हादसा सुबह 6 बजकर 20 मिनट पर हुआ था। हाईवे पर एक टैंकर खड़ा था। उसकी पार्किंग लाइट जल रही थीं। सड़क से वाहन गुजर रहे थे। हादसे वाली बस से पहले भी एक रोडवेज बस गुजरी। मगर, उस बस के चंद सेकेंड बाद ही आगरा फोर्ट डिपो की बस आती है। बस की रफ्तार तेज थी। चालक शायद सड़क पर खडे़ टैंकर को देख नहीं पाया। जैसे ही बस टैंकर के बिल्कुल करीब आती है, वैसे ही ड्राइवर बस को बचाने के लिए काटता है, लेकिन बस टैंकर से टकरा जाता है। तीन सेकेंड में बस की बॉडी टैंकर से टकरा कर पूरी तरह से फट जाती है। हादसा होते ही सामने होटल पर बैठा गार्ड भागता है।दो सवारी की हुई थी मौत सीसीटीवी फुटेज में दिख रहा है कि हादसा बहुत भीषण था। बस के टकराने के बाद बस का एक हिस्सा सड़क से रगड़ खाता है। इससे सड़क पर चिंगारी भी उठती हैं। हादसे के बाद वहां खडे़ लोग सबसे पहले पहुंचते हैं। बस बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गई। सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंच गई। सवारियां बस में बुरी तरह फंस गई थीं। कुछ सवारी सीट के नीचे पड़ी थीं। घायलों को एंबुलेंस से एसएन मेडिकल कॉलेज भेजा गया। हादसे में दो लोगों की मौत हो गई थी, जबकि 10 लोग घायल हो गए थे।घायल बोले- रास्ते में दो बार ड्राइवर को रोका था हादसे में घायल हुए यात्री सुनील निवासी मथुरा ने बताया कि चालक रात को कानपुर से बस लेकर चला था। थका होने के कारण उसे झपकी लग रही थी। इस पर यात्रियों ने रास्ते में दो जगह पर फिरोजाबाद से पहले बस रुकवा ली थी। इसके बाद उन्होंने चालक से थोड़ा आराम करने को कहा। उसका मुंह पानी से धुलवाया। इसके बाद चालक फिर से बस लेकर चल पड़ा। थोड़ी देर बाद ही हादसा हो गया। लंबी दूरी की बस पर होने चाहिए दो चालक हादसे में रोडवेज के अधिकारियों की लापरवाही भी सामने आई है। लंबी दूरी की बस पर दो चालक होने चाहिए। अगर दो चालक नहीं है तो बस को आठ घंटे के रेस्ट के बाद ही वापस आना चाहिए। मगर, अधिकारियों के दवाब के चलते एक चालक ही लगातार ड्यूटी कर रहा है। बस के कानपुर पहुंचने के बाद बिना आराम किए चालक रात में बस को वापस ला रहा था। इस कारण ही झपकी लगने से हादसा हो गया। घायलों की मदद को एकजुट हुए ग्रामीण हादसे के बाद सूचना पर पहुंची पुलिस के हाथ पैर फूल गए। पुलिस ने मदद के लिए गांव वालों को बुलाया। एंबुलेंस से आने से पहले ग्रामीण अपने ट्रैक्टर ट्राली लेकर घटना स्थल पर पहुंच गए थे। चौकी इंचार्ज छलेसर ने इनर रिंग रोड के टोल प्लाजा मैनेजर को फोन उसने भी मदद मांगी।टोल मैनेजर पर भी अपनी गाड़ी और कर्मचारियों के साथ पहुंच गए। थोड़ी देर में 50 से ज्यादा लोग घायलों को बचाने के काम में जुट गए। ट्रैक्टर-ट्राली से घायलों को तुरंत अस्पताल पहुंचाया गया।

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