चंडीगढ़: पंजाब में पराली जलाने की घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं और बीते रविवार को 1,761 मामले सामने आए हैं. इस साल राज्य में पराली जलाने की घटनाओं की कुल संख्या 13,873 हो गई है. राज्य के विभिन्न जिलों में पराली जलाने की घटनाओं का पता लगाने के बाद इससे निपटने में असफल रहने के लिए कृषि विभाग ने चार कृषि अधिकारियों को निलंबित कर दिया है.
निलंबित अधिकारियों में मुख्य कृषि अधिकारी संगरूर हरबंस सिंह, कृषि अधिकारी समाना पटियाला सतीश कुमार, कृषि अधिकारी चोहला साहिब, तरनतारन हरपाल सिंह, कृषि अधिकारी पट्टी, तरनतारन भूपिंदर सिंह शामिल हैं. राज्य सरकार के प्रवक्ता ने बताया कि निलंबन अवधि के दौरान ये अधिकारी निदेशक कृषि एवं किसान कल्याण विभाग एसएएस नगर स्थित कार्यालय में रिपोर्ट करेंगे. उन्होंने आगे बताया कि निलंबन के दौरान इन अधिकारियों को नियम/निर्देशों के अनुसार भत्ता दिया जाएगा.
30 हजार मशीनें वितरित करने का दावा
कृषि विभाग के एक अधिकारी ने कहा है कि अगले पखवाड़े में पराली जलाने के मामले बढ़ने की उम्मीद है क्योंकि कई जिलों में फसल का मौसम खत्म हो रहा है. सीएम भगवंत मान सभी जिलों में पराली जलाने पर रोक लगाने के लिए किए जा रहे प्रयासों की व्यक्तिगत रूप से समीक्षा करेंगे. सीएम मान ने भूसे के इन-सीटू प्रबंधन के लिए 30 हजार मशीनों को वितरित करने का दावा किया है. कृषि विभाग ने सभी गांवों में किसानों को सीआरएम मशीन के प्रकार और उसके मालिकों के संपर्क नंबरों को गांव-वार प्रसारित किया है.
राज्य में बिगड़ी हवा की गुणवत्ता
30 अक्टूबर, 2020 को राज्य ने 2,799 खेतों में आग लगने की घटनाएं दर्ज की थीं. 2021 में इसी तारीख को इन घटनाओं की संख्या 1,373 थी. पराली जलाने की घटनाओं के परिणामस्वरूप राज्य के कई शहर स्मॉग का सामना कर रहे हैं. पटियाला में एक्यूआई 177, जालंधर में 183, अमृतसर में 208, खन्ना में 170 और लुधियाना में 280 के साथ राज्य में वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) बिगड़ रहा है. आज 323 घटनाओं के साथ संगरूर राज्य में सबसे ज्यादा आग लगने की घटनाओं के मामले में फिर से शीर्ष पर है. इसने शनिवार को 286 मामले दर्ज किए थे.