तेलंगाना के धर्मपुर से भारत जोड़ो यात्रा शुरू करने के कुछ देर बाद कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने एक पारंपरिक आदिवासी नृत्य में भाग लिया। इस दौरान पर आदिवासी समाज के साथ नृत्य करते नजर आए। इस दौरान उन्होंने आदिवासी टोपी पहनी थी। इससे पहले, राहुल गांधी ने तेलंगाना के नारायणपेट जिले से तीन दिवसीय दिवाली ब्रेक के बाद अपनी यात्रा को फिर से शुरू किया था। इस दौरानस्थानीय कलाकारों के साथ उन्होंने ढोल भी बजाया। वैसे ये पहली बार नहीं था जब कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष ने आदिवासी संगीत की धुन पर नृत्य किया हो। इससे पहले 2019 में, वह छत्तीसगढ़ के रायपुर में राष्ट्रीय जनजातीय नृत्य महोत्सव में भाग लिया।
वहीं, कांग्रेस ने ट्वीट कर लिखा कि या तो अम्बर में कुंतल जाल था या फिर इस समय भारत जोड़ने को चली मशाल है। तेलंगाना बड़ा इतिहास रचने की तैयारी में है। कांग्रेस ने राहुल के नृत्य वाले एक वीडियो को ट्वीट करते हुए लिखा कि जनता का बस वही दुःखहर्ता है, जो जनता के रंग में रंग जाए। तेलंगाना से आया ये दृश्य सब बयां कर रहा है। अपने भारत में जोड़ो यात्रा के दौरान राहुल गांधी लगातार एक दूसरे लोगों से मिलते नजर आ रहे हैं। कांग्रेस की ओर से एक वीडियो जारी किया गया है जिसमें वह बच्चे को चॉकलेट देते नजर आ रहे हैं। इसके अलावा वह बेजुबान जानवरों के साथ भी खेलते और उन्हें प्यार करते नजर आ रहे हैं। तेलंगाना में ही एक संदेश में राहुल गांधी ने कहा था कि GST और नोटबंदी हिन्दुस्तान के सबसे अमीर लोगों को फायदा पहुंचाने के लिए ही लाए गए हैं।
उन्होंने साफ तौर पर कहा था कि केंद्र में हमारी सरकार आते ही हम GST को बदलकर सिर्फ एक टैक्स लागू करेंगे। आपको बता दें कि 7 सितंबर से कांग्रेस की भारत छोड़ो यात्रा शुरू हुई थी। तमिलनाडु के कन्याकुमारी से शुरू हुई। यह भारत जोड़ो यात्रा कश्मीर में खत्म होगी। इस दौरान 3500 से ज्यादा किलोमीटर तक पैदल यात्रा की जा रही है। कांग्रेस की ओर से इस यात्रा का नेतृत्व खुद राहुल गांधी कर रहे हैं। हालांकि उनका दावा है कि वह इस में सहभागी बने हैं। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी भी इसका नेतृत्व कर चुकी हैं। इसमें भाग ले चुकी हैं। कांग्रेस अपने इस भारत जोड़ो यात्रा के साथ ही 2024 चुनाव पर भी फोकस कर रही है। कांग्रेस को इस बात की उम्मीद है कि भारत जोड़ो यात्रा के जरिए वह आम लोगों के बीच अपनी पकड़ को और मजबूत कर पाएगी।