हिंदू धर्म में करवा चौथ के त्योहार का बहुत महत्व है। महिलाएं अपने सुहाग की लंबी उम्र की कामना करते हुए व्रत रखती है। रात के समय में पूजन और चंद्रमा के दर्शन के बाद व्रत खोला जाता है। इसी बीच करवा चौथ के त्योहार के दौरान इस बार बवाल भी मचा हुआ है। जिस मेहंदी को लगाकर महिलाएं सजती संवरती है उसे लेकर इस बार तनाव का माहौल बना हुआ है।
दरअसल उत्तर प्रदेश से मुजफ्फरनगर में इस बार विश्व हिंदू परिषद ने समस्त जनपद में करवा चौथ को देखते हुए मेहंदी लगवाने के 13 सेंटर बनाए हैं, जहां हिंदू महिलाओं को सिर्फ हिंदूओं द्वारा ही मेहंदी लगाई गई। हिंदू संगठनों की ओर से मुस्लिम युवकों को चेतावनी भी दी गई कि अगर किसी हिंदू महिला या युवती को मुस्लिम युवक ने मेहंदी लगाई तो उसे सबक सिखाया जाएगा। दरअसल विश्व हिंदू परिषद ने ये कदम इसलिए उठाया है कि मुस्लिम युवकों द्वारा महिलाएं मेहंदी ना लगवाएं।
जानकारी के मुताबिक बाजारों में हिंदु वादी कार्यकर्ता ये भी जांचते दिखे कि किसी महिला को मुस्लिम युवक द्वारा मेहंदी तो नहीं लगाई जा रही है। कार्यकर्ताओं ने बाजारों में मेहंदी लगाने वाले युवकों के आधार कार्ड चैक कर ये भी जाना कि कहीं कोई मुस्लिम युवक महिलाओं को मेहंदी ना लगाए।
ये है कारण
जानकारी के मुताबिक संगठन के सदस्यों का कहना है कि हिंदू बहनों को आमतौर पर मुस्लिम युवक बहला फुसला देते है। मुस्लिम युवकों के दिमाग में लव जिहाद होता है, जिससे चलते वो महिलाओं और युवतियों को अपना शिकार बनाते है। ऐसे में कार्यकर्ताओं और संगठनों ने अपील की कि महिलाएं मुस्लिम युवकों से मेहंदी ना लगवाएं।
भाजपा विधायक विक्रम सैनी ने कहा कि मेहंदी की दुकान खोलने वाले मुस्लिम युवक लव जिहाद की मानसिकता के साथ आते है। उनकी मंशा साफ नहीं होती है। इस तरह के कई मामले पहले सामने आ चुके है। इसलिए एहतियात के तौर पर संगठन ने हिंदु महिलाओं को मेहंदी लगाने वाले हिंदू भाईयों से संपर्क करने का आग्रह किया है।
होली पर लगवाएं गुलाल
सैनी ने कहा कि अगर हिंदुओं के त्योहारों में मुस्मिम खुशियों के साथ शामिल होंगे तो ईद का भी सम्मान किया जाएगा। उन्होंने कहा कि अगर होली पर गुलाल लगाएं और दिवाली पर 11 दीपक जलाएं तो ईद का भी समानता के साथ सम्मान होगा।
वर्ष 2021 में सामने आया था मामला
बता दें कि वर्ष 2021 में मुजफ्फरनगर में मेहंदी रचाने के जरिए लव जिहाद को बढ़ावा दिए जाने का मामला सामने आया था। ये विवाद इतना बढ़ा था कि समूह के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई गई थी।