बुजुर्ग दंपत्ति के ब्लाइंड डबल मर्डर केस का पुलिस ने किया पांच दिनों के अंदर खुलासा , बहु के भाई ने सम्पत्ति के लालच में की थी हत्या

बुजुर्ग दंपत्ति के ब्लाइंड डबल मर्डर केस का पुलिस ने किया पांच दिनों के अंदर खुलासा , बहु के भाई ने सम्पत्ति के लालच में की थी हत्या

यूपी के हरदोई में पुलिस ने 5 दिन पूर्व हुई बुजुर्ग दंपत्ति की हत्या का खुलासा किया है।बुजुर्ग दंपत्ति की हत्या किसी और ने नहीं बल्कि मृतकों की बहू के चचेरे भाई ने अपने साथियों के साथ मिलकर की थी।दरअसल मृतकों की बहू के नाम कुछ जमीन थी जिसे बहू का चचेरा भाई अपने नाम करवाना चाहता था।यह बात बुजुर्ग दंपत्ति को पता थी और इसको लेकर वाद विवाद हो चुका था।इसी वजह से बहू के चचेरे भाई ने अपने दो साथियों के साथ मिलकर बुजुर्ग दंपत्ति की गला रेत कर निर्मम हत्या कर दी थी और फरार हो गए थे।पुलिस ने सामूहिक हत्याकांड के मामले में वारदात को अंजाम देने वाले मुख्य अभियुक्त और उसके एक साथी को गिरफ्तार कर लिया है जबकि फरार अभियुक्त की तलाश की जा रही है।

हरदोई जिले में पुलिस ने थाना बघौली के काईमऊ गांव में रिटायर्ड होमगार्ड संतराम और उनकी पत्नी कैलाशा देवी की हत्या के मामले में थाना अतरौली के अल्लीपुर गांव निवासी सुधाकर और बृजेश को गिरफ्तार किया है।दरअसल 27 और 28 सितंबर की रात्रि संतराम और उनकी पत्नी कैलाशा देवी की उनके घर में ही गला रेतकर निर्मम हत्या कर दी गई थी।ब्लाइंड मर्डर के खुलासे के लिए पुलिस ने 3 टीम गठित की थी और आईजी लक्ष्मी सिंह ने भी घटनास्थल का मौका मुआयना किया था और सामूहिक हत्याकांड के खुलासे के निर्देश दिए थे।वारदात के बाद पुलिस ने आज भागने की फिराक में जुटे हत्याकांड के दोनों आरोपियों को गोड़वा नहर पट्टी पुलिया के पास से गिरफ्तार कर लिया। पुलिस के मुताबिक मृतक दंपत्ति के बेटे कमल किशोर की पत्नी सुमन का मायका थाना अतरौली के अल्लीपुर गांव में है।

सामूहिक हत्याकांड का आरोपी सुधाकर सुमन का चचेरा भाई है,सुमन के माता-पिता नहीं थे लिहाजा 10 बीघा पैतृक जमीन सुमन के नाम आ गई थी।सुमन का पति कमल किशोर दिल्ली नौकरी करने के लिए चला गया था।ऐसे में सुमन अपने मायके गई थी जहां सुधाकर ने सुमन से 10 बीघा खेत अपने नाम करा लिया था लेकिन उसका दाखिल खारिज नहीं हो सका था, लालच वश वह चचेरी बहन सुमन की विदाई भी नहीं कर रहा था।यह बात रिटायर्ड होमगार्ड संतराम को पता चल गई थी,संतराम चाहते थे किया जमीन सुधाकर के नाम उनकी बहू ना करें जिससे जमीन उनके बेटे को मिल जाएगी।सुधाकर के इस कृत्य का संतराम ने विरोध किया था और उससे न्यायालय और पुलिस की मदद लेने की बात कही थी।इसी बात को लेकर सुनियोजित तरीके से सुधाकर ने प्लान बनाया और 27 सितंबर की शाम को बाइक से अपने दो साथियों के साथ काईमऊ गांव में उनके घर पहुंचा।जब दोनों बुजुर्ग दंपत्ति घर आए हुए मेहमानों की मेहमान नवाजी में लगे थे उसी समय सुधाकर और उसके साथियों ने धारदार हथियार गढ़ासे से दोनों की गर्दन पर वार का निर्मम हत्या कर दी और भाग गए थे।सुबह जब लोगों को घटना की जानकारी हुई तो सुधाकर भी घड़ियाली आंसू बहाने के लिए पीड़ित परिवार को ढाढस बनाने पहुंचा था।पुलिस की जांच में सामूहिक हत्याकांड की परत दर परत खुलती गई और इस पूरे प्रकरण का खुलासा हुआ।पुलिस ने सुधाकर और उसके साथी बृजेश को गिरफ्तार कर लिया है जबकि इस हत्याकांड में शामिल फरार आरोपी कन्हैया की तलाश में जुटी है।पुलिस का दावा है कि जल्द ही फरार आरोपी को गिरफ्तार कर जेल भेजा जाएगा। 


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x01mp3rx0z@mailto.plus, 11 December 2022

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yhfee@chitthi.in, 10 June 2023

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